वाशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के अगले राष्ट्रपति का पदभार संभाल लिया है। उन्होंने अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। राष्च्रपति के तौर पर अपने दिए अपने पहले भाषण में ट्रंप ने नाम कर दिया कि उनकी सरकार अब अमेरिकी फर्स्ट की नीति पर काम करेगी। ट्रंप ने साफ कर दिया है कि उनकी सरकार का लक्ष्य पहले अमेरिका और अमेरिकी जनता होगी, तब जाकर कुछ और।
अमेरिकी फर्स्ट की नीति
ट्रंप ने कहा सकि उनकी सरकार बिजनेस हो या टैक्स, नौकरी हो या अप्रवासियों का मामला, अमेरिकी जनता का हित पहले देखेगी। उनकी सरकार बाय अमेरिका और हायर अमेरिका की नीति पर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आज यानी 20 जनवरी 2017 से वाशिंगटन डीसी में जनता का राज होगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश में नौकरियां लाकर दिखाएगी।
पिछली सरकार पर उठाया सवाल
ट्रंप ने पिछली सरकारों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि हम दूसरे देशों की सेनाओं को मदद देते रहे और हमारी सेना कमजोर रही। नेता अमीर हुए, जनता गरीब हुईष अमेरिका ने अब तक हमने दूसरे देशों में विदेशी निवेश किया और हमारे यहां कंपनियां बंद होती रही,लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब अमेरिका आगे बढ़ेगा। अमेरिकी तकनीक से देश आगे बढ़ेगा।
आतंकवाद को चुनौती
अपने पहले भाषण में ही ट्रंप ने आतंकवाद और आंतकवाद को सह देने वाले देशों को चुनौती दे दी। ट्रंप ने इस्लामिक आतंकवाद को बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि आईएस जैसे आतंकी संगठनों का नामोनिशान धरती से मिटा देंगे। उन्होंने बिना नाम लिए ही पाकिस्तान को भी चुनौती दी कि आतंकवाद को शरण देने वाले देश भी नहीं बचेंगे।