पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना करते हुए इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से न तो काला धन बाहर आया, न ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है। उन्होंने इस फैसले को खोदा पहाड़, निकली चुहिया जैसी स्थिति करार दिया।
चिदंबरम ने कहा कि नोटबंदी से गरीबों की कमर टूट गई है और जितना किसी प्राकृतिक आपदा से उन्हें नुकसान नहीं हो सकता था, उससे ज्यादा नुकसान मोदी सरकार के इस बेवकूफाना फैसले से हुई है। चिदंबरम के मुताबिक, “चूंकि नोटबंदी से काला धन खत्म नहीं हुआ, इसलिए सरकार अब कैशलेस अर्थव्यवस्था की बातें कर रही है।”
चिदंबरम ने यह भी कहा कि नोटबंदी के फैसले से अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त पड़ेगी और जीडीपी में गिरावट आएगी। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी नोटबंदी के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए जीडीपी में इससे दो फीसदी तक गिरावट आने का अंदेशा जताया है।