भारत के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर शुक्रवार को अदालत में नाराज और दुखी हो गए। नोटबंदी के एक मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकीलों के व्यवहार पर ठाकुर भड़क गए। उन्होंने कहा कि यह उनके करियर का लगभग आखिरी दौर है और उन्होंने 23 वर्षों में ऐसा माहौल कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि गंभीर मसले पर वकीलों का आचरण वाकई चौंकाने वाला है क्योंकि कोर्ट को मछली बाजार बना दिया गया है।
उन्होंने निराश स्वर में कहा कि मैं यहां से किस तरह की यादें लेकर जाऊँगा! उन्होंने कहा कि जूनियर वकील सुनवाई के दौरान एक-दूसरे पर चिल्ला रहे थे और सीनियर वकीलों को दबा देना चाह रहे थे। ऐसा लग रहा था कि कोर्ट नहीं, मछली बाजार हो।