जैसे जैसे यूपी में वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है, वोट के लिए सारे हथकंडे अपनाए जाने लगे हैं। यूपी बीजेपी अध्यक्ष के सत्ता में आने के बाद राम मंदिर बनाने वाले बयान को कांग्रेस भुनाने में जुटी है। केशव मौर्य ने अपने बयान में कहा था कि बीजेपी को पूर्ण बहुमत से आप सत्ता में लाएं और इस बार हम आपको राम मंदिर बनाने का वादा करते हैं। बाद में बीजेपी के सीनियर नेता सुब्रम्ण्यम स्वामी ने मौर्य के इस बयान का समर्थन किया और इसी मामले को लेकर कांग्रेस चुनाव आयोग पहुंच गई।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से बीजेपी नेता सुब्रह्ण्यम स्वामी की शिकायत करते हुए कहा कि स्वामी मौर्य के सांप्रदायिक बयान का समर्थन कर रहे हैं और प्रदेश की जनता को उकसा रहे हैं। लिहाजा दोनों को आगे प्रचार करने से रोका जाए.
चुनाव आयोग को दी गई शिकायत में कांग्रेस के विधिक एवं मानवाधिकार प्रकोष्ठ ( लीगल एंड ह्यूमन राइट्स सेल) के सचिव के.सी मित्तल ने कहा कि आयोग बीजेपी और उसके नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके खुश हो सकता है और आदर्श आचार संहिता के लागू रहने के दौरान किसी रैली, सार्वजनिक या नुक्कड़ सभा या संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने से उन्हें रोका जाए। कांग्रेस ने मौर्य के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी. उसने कहा था कि बीजेपी नेता धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगने के अदालत के आदेश के बावजूद विवादास्पद मुद्दे को उठा रहा था।