पाकिस्तान और चीन की यारी पुरानी है। इंडिया-फोबिया उन दोनों की दोस्ती की वजह है। पाकिस्तान से दोस्ती का सबूत चीन ने एक बार फिर से दिया है। उसने उरी हमले के पीछे पाकिस्तान के हाथ को नकारते हुए उसे क्लीन चिट दे दिया है।
चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी विशेषज्ञों का मानना है कि उरी हमले के सिलसिले में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो कि इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ था। चीनी एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत बेहद तर्कशून्य फैसला कर रहा है, क्योंकि उरी घटना के बाद कोई गहन जांच नहीं की गई है और ऐसा कोई सबूत भी नहीं, जो यह साबित करता हो कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान था।
ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें तो शंघाई एकेडमी के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स के रिसर्च फेलो हू झियोंग ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ अपनी सीमा को पूरी तरह सील करने का भारत का फैसला अतार्किक है। उन्होंने कहा कि भारत का ये कदम भारत-चीन रिश्तों को भी और जटिल बनाएगा।
चीनी एक्सपर्ट की मानें, तो सीमा सील किए जाने से दोनों देशों के बीच शांति प्रयासों को नुकसान ही पहुंचेगा। आपको बता दें कि चीनी एक्सपर्ट की ये कठोर टिप्पणियां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा के ठीक पहले आई है। शी इसी हफ्ते गोवा में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आ रहे हैं। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मिलेंगे, लेकिन इस मुलाकात से पहले चीनी एक्सपर्ट की इस टिप्पणी ने भारत के प्रति चीन के रवैये को साफ कर दिया है।