गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में नृशंस हत्या का शिकार हुए दिवंगत छात्र प्रद्युम्न ठाकुर को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए सरकार को प्रद्युम्न गाइडलाइन बनानी चाहिए। इसके अंतर्गत सरकार को स्कूलों में बच्चों—छात्रों की सुरक्षा कि नियम बनाए जाए। यह नियम विशाखा गाइडलाइन की तर्ज पर बनाए जा सकते हैं जो कि कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के खिलाफ सरकार ने नजीर की तरह बनाया था। मैथिल पत्रकार ग्रुप ने प्रेस क्लब आॅफ इंडिया से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय शास्त्री भवन तक एक शांति मार्च निकालते हुए सरकार से स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दस मांग की, जिसमें यह मांग भी शामिल थी। इस शांति मार्च में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मीडिया हाउसों में कार्यरत मिथिला क्षेत्र के सौ से अधिक पत्रकारों ने शिरकत की। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी मांग—ज्ञापन पत्र सौंपा जा रहा है।
मैथिल पत्रकार ग्रुप के महासचिव संतोष ठाकुर ने कहा कि प्रद्युम्न ठाकुर की स्कूल में नृशंस हत्या ने यह साबित कर दिया है कि स्कूलों में सुरक्षा को लेकर काफी कमी है। हमारी मांग है कि इस बच्चे को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि विशाखा गाइडलाइन की तर्ज पर इस बच्चे के नाम पर प्रद्युम्न गाइडलाइन बनाई जाए। इसके अंतर्गत स्कूलों के लिए एक रेगुलेटर हो। उसमें स्कूल प्रशासन के साथ ही अभिभावक, स्थानीय पुलिस और प्रशासन के प्रतिनिधि हो। हर महीने स्कूलों का सुरक्षा आॅडिट हो। हर स्कूल में पेरेंट टीचर एसोसिएशन हो। इसकी सूचना और विवरण स्कूल की वेबसाइट और रेगुलेटर की वेबसाइट पर हो। स्कूलों में हर जगह सीसीटीवी कैमरा हो। प्राइमरी तक के बच्चों के लिए अलग टॉयलेट हो, मिडिल के लिए अलग हो और सीनियर सैकेंडरी क्लास के लिए अलग टॉयलेट हो। बच्चों के टॉयलेट के बाहर आया की ड्यूटी हो। स्कूल के सभी कर्मचारी का पुलिस वैरिफिकेशन हो। उनकी नियमित जांच हो। बाहरी लोग और बस कर्मचारी के लिए अलग टॉयलेट हो और उनकी स्कूल बिल्डिंग के अंदर एंट्री न हो। वे निश्चित दूरी तक ही स्कूल परिसर में आ पाएं। सभी आने जाने वालों का नाम और विवरण फोन नंबर सहित रजिसटर में दर्ज हो। स्कूल बस में आने—जाने के दौरान स्कूल का स्टाफ हो।
मैथिल पत्रकार ग्रुप मिथिलांचल के पत्रकारों का समूह है। इसमें बिहार, झारखंड के साथ ही नेपाल के मिथिलांचल क्षेत्र के पत्रकार शामिल है। इसके सदस्य कई राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय समाचार पत्र और पत्रिकाओं के साथ ही विभिन्न चैनलों में कार्यरत है। इसके अलावा इसके सदस्य कई स्वतंत्र पत्रकार भी है। यह संगठन करीब तीन साल से सक्रिय है और पिछले दो साल से दिल्ली में मिथिला महोत्सव नाम का कार्यक्रम भी यह संगठन आयोजित करता है, जिससे मिथिला की मधुर संसकृति से लोगों को अवगत कराया जा सके।