बड़े-बड़े राजनीतिक विश्लेषक कह रहे थे कि मुलायम परिवार में फूट की ख़बरें मैच-फिक्सिंग का हिस्सा हैं। लेकिन मीडिया सरकार के सीईओ अनुरंजन झा और अभिरंजन कुमार ने अपनी बातचीत में पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यह लड़ाई असली है और चाचा भतीजे के बीच की दरार काफी चौड़ी हो चुकी है। मुलायम की रसोई के बीसियों बरतन आपस में एक दूसरे से सचमुच टकरा रहे हैं और इसी की झन्नाहटें बाहर आ रही हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपने चाचा शिवपाल यादव सहित चार को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। पहले भी वे शिवपाल के महत्वपूर्ण मंत्रालय छीन चुके हैं। इस बार की बर्खास्तगी में एक बार फिर से वे गायत्री प्रजापति भी शामिल हैं, जिन्हें मुलायम के दबाव में अखिलेश ने मंत्रिमंडल में बुझे मन से शामिल कर लिया था। बर्खास्त किए गए अन्य दो मंत्री शादाब फातिमा और ओम प्रकाश सिंह हैं।
ज़ाहिर है, मुलायम सिंह बेबस महसूस कर रहे होंगे। एक तरफ़ सगे चाचा शिवपाल का खेमा है, दूसरी तरफ़ अखिलेश और चचेरे चाचा रामगोपाल का खेमा है। बीच में सौतेली मां साधना गुप्ता का भी एंगल है। अमर सिंह तो शकुनि मामा के तौर पर बताए जा ही रहे हैं।
एक बार फिर से देखिए इस बातचीत में 3:05 मिनट से लेकर 5:30 मिनट तक-