नई दिल्ली। हाल ही में भारत सरकार ने तमाम कोल्ड ड्रिंक कंपनियों के उत्पादों पर शोध करवाया। उनके उत्पादों की जांच करवाई। जांच में जो बात सामने आई, वो हैरान करने वाली थी। सरकार की जांच रिपोर्ट ने कोल्ड ड्रिंक के काले सच को सबके सामने ला दिया। कोल्ड ड्रिंक के साथ-साथ उसकी बोतलें कितनी खतरनाक हैं, ये बात तो हम आपको पहले भी बता चुके हैं, लेकिन आज जो बताने जा रहे हैं, उसे जानने के बाद यकीन मानिए, आप इस ज़हर को हाथ लगाने की भी नहीं सोचेंगे।
कोल्ड ड्रिंक्स में खतरनाक और जहरीले तत्व पाए जाते हैं, इस पर तो कई रिपोर्ट्स आ चुकी हैं, लेकिन ये तत्व आपके शरीर पर कितना घातक प्रभाव छोड़ते हैं, इसका अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि माउंटेन ड्यू में रखा चूहा 30 दिन के भीतर गल कर उसी में घुल जाता है। ये बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि इसे खुद पेप्सिको ने साबित किया है।
साल 2009 में अमेरिका के एक कोर्ट में केस दर्ज हुआ। केस माउंटेन ड्यू के ख़िलाफ़ था। अमेरिका के मैडिसन काउंटी में रहने वाले रोनाल्ड बॉल ने अपनी याचिका में कहा कि उन्होंने जो माउंटेन ड्यू पी, उससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। उसमें से अजीब सी दुर्गंध आ रही थी और उसे पीने के बाद उन्हें उल्टियां आने लगीं। उन्होंने जब उस कैन को एक कप में पलटा, तो उसमें से एक मरा हुआ चूहा निकला। इसी बात की उन्होंने शिकायत दर्ज कराई और पेप्सिको के खिलाफ केस दर्ज कराया।
लेकिन कोर्ट में पेप्सिको ने इस आरोप को खारिज करते हुए एफिडेविट दायर किया और कहा कि टेस्टिंग के मुताबिक अगर माउंटेन ड्यू की कैन में चूहा होता तो वह 30 दिनों तक बचता ही नहीं। कंपनी ने अपनी दलील में कहा कि माउंटेन ड्यू में पड़ा चूहा 7 दिनों के भीतर ही गल कर उसमें घुल जाएगा और जेली जैसा पदार्थ बन जाएगा। पेप्सिको के मुताबिक माउंटेन ड्यू जैसे कोल्ड ड्रिंक में एसिडिक द्रव्य होते हैं, जिनका प्रभाव चूहों और अन्य जानवरों पर पड़ता है। इसलिए याचिकाकर्ता के आरोप गलत हैं, क्योंकि माउंटेन ड्यू में रखा चूहा 30 दिन तक बच ही नहीं सकता। उसके शरीर की हड्डियां और उनका कैल्शियम पूरा गल जाएगा।
आपको बता दें कि कोर्ट ने भी पेप्सिको की दलील मानी और बॉल के केस को खारिज कर दिया। इस केस को एक बार फिर आपके सामने लाने का हमारा मकसद ये था कि आप जान लें कि पेप्सी, कोका कोला जैसे कोल्ड ड्रिंक जब चूहों पर इतना भयानक प्रभाव डाल सकते हैं, तो ज़रा सोचिए कि ये ड्रिंक आपके शरीर में जाने पर कैसा असर कर सकती है।