नई दिल्ली। यूपी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने बुधवार को 325 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की। इस सूची में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ज्यादातर नजदीकी मंत्रियों व विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। इससे एक बार फिर सपा में अंदरूनी कलह सामने आ गई है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा तय इस सूची से साफ नजर आ रहा है कि इसको तैयार करने में प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को तवज्जो दिया गया जबकि अखिलेश को नजरअंदाज किया गया। मुलायम ने कई ऐसे नामों पर मुहर लगा दी जिन्हें अखिलेश नहीं चाहते थे। जबकि तीन मंत्रियों समेत 51 वर्तमान विधायकों के टिकट काटे गए हैं। इनमें से ज्यादातर अखिलेश के समर्थक माने जाते हैं।
मुलायम ने बाकी 78 सीटें खाली छोड़ दी हैं। इन पर भी जल्द प्रत्याशी तय होंगे। नई सूची में 10 ऐसे मंत्रियों के भी नाम हैं जिन्हें सीएम अखिलेश ने बर्खास्त कर दिया था। सूची में 40 यादव और 63 मुस्लिमों को टिकट दिया गया है।
इस बीच, अखिलेश ने गुरुवार को अपने समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई। साथ ही सीएम ने विकास परिषद की उपाध्यक्ष सुरभि शुक्ला और उनके पति संदीप शुक्ला को पद से हटा दिया है। संदीप राजकीय निर्माण निगम में सलाहकार थे। उन्हें बुधवार को जारी सूची में सुलतानपुर के सदर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया था। दोनों को पीडब्ल्यूडी व सिंचाई मंत्री रहे शिवपाल सिंह यादव के खासे करीबी माना जाते हैं। इसे मुख्यमंत्री द्वारा समर्थकों को टिकट न मिलने के चलते पलटवार माना जा रहा है।