नई दिल्ली। यूपी में चुनावी शंखनाद के बाद समाजवादी पार्टी के अंदर चल रहे कलह को खत्म करने की कोशिशें तेज हो गईं हैं। अखिलेश हों या फिर मुलायम दोनों ही पक्षों के लोग चाहते हैं कि अब इसे खत्म कर चुनावी तैयारी में लगा जाए। इसके लिए काफी हद तक दोनों के बीच कई मुद्दों पर सुलह होने के आसार भी दिखने लगे हैं। इस बार मध्यस्थता का काम मंत्री आजम खां कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अखिलेश ने साइकिल चुनाव चिह्न हासिल करने के लिए 208 विधायकों का समर्थन जुटा लिया है।
सपा के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, मंत्री आजम खां इस बार मुलायम व अखिलेश के बीच सुलह कराने की कोशिशें कर रहे हैं। खबर ये भी आ रही है कि दोनों ही पक्ष अपनी अपनी जिद से पीछे हटने को भी तैयार हैं। अखिलेश खेमा टिकटों को लेकर रियायत देने को तैयार है लेकिन रामगोपाल पर अनुशासनात्मक कार्रवाई से इनकार कर रहा है जबकि मुलायम खेमा भी अपनी यह जिद दबाव बढ़ने पर छोड़ सकता है।
उधर, गुरुवार को अखिलेश ने चुनाव चिह्न् ‘साइकिल’ हासिल करने के लिए 208 विधायकों को साथ कर लिया है। सीएम आवास पर एक बैठक में शिवपाल के कई समर्थक विधायक व एमएलसी भी शामिल हुए। सभी से हलफनामे पर साइन किये।
जबकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अनुसार वह सिर्फ तीन महीने का वक्त चाहते हैं ताकि चुनाव जिता सकें। इसके बाद सारे पद नेताजी मुझसे ले लें, मुझे ऐतराज न होगा।
दूसरी ओर, आजम खां ने एक बातचीत में कहा कि मुलायम सिंह व अखिलेश दोनों ही एक दूसरे के लिए बहुत भावुक हैं। दोनों में बेहद लगाव है। वह इन दोनों के बीच सुलह के लिए आखिरी दम तक कोशिश करते रहेंगे।