गोवा, 15 अक्टूबर। भारत और रूस ने शनिवार को विभिन्न क्षेत्रों में 16 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के नेतृत्व में दोनों देशों के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों की एक बैठक हुई, जिसमें आपसी सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प लिया गया।
दोनों देशों के बीच जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, उनमें कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं-
- एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की ख़रीद
- कामोव हेलीकॉप्टरों के निर्माण के लिए साझा उद्यम लगाना
- आंध्र प्रदेश और हरियाणा में स्मार्ट सिटी विकसित करना और ऐसे शहरों के लिए ट्रांसपोर्ट लॉजिस्टिक सिस्टम विकसित करना
- रूस से भारत तक एक गैस पाइपलाइन डालने के लिए साझा अध्ययन करना
- रेलवे के क्षेत्र में सहयोग। नागपुर और सिकंदराबाद के बीच ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी।
- अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के लिए इसरो और रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के बीच करार।
- दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाना
- भारत-रूस की कूटनीतिक साझेदारी के 70 साल पूरे होने को उत्सव की तरह मनाना।
इन समझौतों पर हस्ताक्षर के बाद पुतिन के साथ अपनी साझा प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देश और करीब आ गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने एक रूसी कहावत का भी ज़िक्र किया, जिसका मतलब होता है कि एक पुराना दोस्त, दो नए दोस्तों से बेहतर होता है।समझा जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा कहकर रूस को इस बात के लिए आश्वस्त करने की कोशिश की है कि अमेरिका के साथ भारत की बढ़ती नज़दीकी से उसे चिंतित होने की ज़रूरत नहीं है।
दूसरी तरफ, पुतिन ने भी आतंकवाद के मुद्दे पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर सहमति जताई है और इस मुद्दे पर भारत का साथ देने का एलान किया है। दरअसल पिछले दिनों रूस और पाकिस्तान के संयुक्त सैन्य अभ्यास की वजह से दोनों देशों के बीच दूरी बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा था।
गोवा में कल से ब्रिक्स देशों के राष्ट्रप्रमुखों की बैठक होने वाली है और पुतिन इसी में हिस्सा लेने के लिए भारत आए हैं।
(IANS इनपुट्स के साथ)