नई दिल्ली। मोदी सरकार ने देश में 500-1000 के नोट बंद कर दिए। नोटबंदी के बाद लोगों को कैश की भारी दिक्कत होने लगी। बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतार लगने लगी। लोग कैश की किल्लत से परेशान हैं तो वहीं इस नोटबंदी ने चीन की चांदी हो गई।
ऑन लाइन शॉपिंग और ट्रांजैक्शन से चीन को खूब फायदा हो रहा है। 2000 के नोट आने के बाद भारतीय एटीएम में सॉफ्टवेयर और ट्रे आदि बदलने की जरूरत पड़ी है। इन एटीएम में जो नए पार्ट्स लगाए जा रहे हैं वो चीन से ही खरीदा जा रहा है।
कैश की किल्लत होने के बाद लोगो ने कैशलेश ट्रांजेक्शन के लिए कार्ड स्वाईप करना होता है। ऐसे में कार्ड स्वैपिंग मशीन और रसीद प्रिंट करने वाले प्रिंटर की भी डिमांड खूब बढ़ी है। आपको बता दें कि ये पार्ट्स मुख्य तौर पर अमेरिका और चीन से खरीदे जाते हैं। अमेरिका की कंपनी Epson की POS प्रिंटर मशीनों का भारत में इंपोर्ट 32 फीसदी बढ़ा है। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि भारत की नोटबंदी ने चीन की चांदी हो गई है।