हरिद्वार। कभी ‘अंखियों के झरोंखों’ पर, तो कभी ‘बेबी डॉल मैं सोने दी’ गानों पर थिरकने वाली स्वघोषित राधे मां उर्फ सुखविंदर कौर एक बार फिर से विवादों में हैं। सुखविंदर कौर, जो खुद को देवी दुर्गा का अवतार बताकर धर्मगुरु बन बैठी हैं, इस बार उन पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है।
दरअसल सुखविंदर कौर की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, जिसमें वह हरिद्वार की ‘हर की पौड़ी’ पर जूते पहनकर चली गईं और गंगा की पूजा की। इस स्वघोषित राधे मां के जूते पहनकर गंगा पूजन करने से लोग नाराज हैं। हरिद्वार के पुरोहितों ने मांग की है कि उनके ख़िलाफ़ कठोर कार्रवाई की जाए। पुरोहितों ने सुखविंदर कौर से माफी मांगने की भी मांग की है। ऐसा नहीं करने पर उन्हें हर की पौड़ी पर प्रवेश नहीं करने देने का ऐलान किया है।
युवा तीर्थ पुरोहितों ने सुखविंदर कौर की जूते पहनकर गंगा पूजन करते हुए फोटो भी मीडिया में जारी कर दी है। वहीं सुखविंदर के सेवादार हितेश कुमार का कहना है कि वह जूते पहनकर हरकी पैड़ी पर नहीं गईं। उन्होंने लाल रंग के मोजे पहने हुए थे। पुरोहितों के आरोप के मुताबिक, राधे मां ने अपने भक्तों के साथ मध्य रात्रि में ढाई से तीन बजे के बीच पूजा की। इतना ही नहीं, इतनी रात को तेज़ आवाज़ में म्यूजिक बजाकर शिष्यों के साथ अश्लील डांस किया।
आरोप के मुताबिक, नियम के खिलाफ जाकर इस स्वघोषित देवी ने शरद पूर्णिमा की रात 2:30 बजे न केवल हर की पौड़ी इलाके में स्नान किया, बल्कि वहां गंगा आरती भी कर डाली।