नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। नोटबंदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विपक्षी दलों के सांसद वेल में गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक तानाशाह की तरह बर्ताव करने और आम जनता को परेशान करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रश्नकाल को निलंबित करने और नोटबंदी पर चर्चा शुरू करवाने की अपनी मांग दोहराई, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसकी अनुमति नहीं दी। लोकसभा स्पीकर के प्रश्नकाल को सुचारू रूप से चलने देने के आग्रह के बाद भी विपक्षी दलों ने अपना विरोध जारी रखा और नियम 193 के तहत नोटबंदी पर चर्चा के लिए अड़े रहे। आपको बता दें कि इस नियम के तहत चर्चा के बाद वोटिंग का भी प्रावधान है।
जब गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से संबंधित सवालों के जवाब देने के लिए उठे, तब विपक्षी सदस्य कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में अध्यक्ष के आसन के पास स्थगन प्रस्ताव की मांग लेकर पहुँच गए। लोकसभा अध्यक्ष के बहुत समझाने के बावजूद विपक्षी सांसद “मोदी सरकार होश में आओ और मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी” जैसे नारे लगते रहे।