नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद से काला धन रखने वाले लोग जनधन खातों के जरिए अपने काले धन को सफेद करने की कोशिश कर रहे हैं। जिसके लिए गरीबों को कई तरह के लालच दिये जा रहे हैं। सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने के बाद से अब तक जनधन खातों में 21,000 करोड से ज्यादा रुपए जमा हुए हैं। पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के जनधन खातों में सबसे ज्यादा राकम जमा कराई गई है।
सरकार पहले ही साफ कर चुकी हैं कि किसी भी जनधन खाते में अगर 50 हजार रुपये से ज्यादा की रकम जमा कराई जाएगी, तो उस खाते की जांच कराई जा सकती है। सरकार ने बीपीएल खाता धारकों के लिए भी 39 हजार रुपये की रकम तय की है।
रिजर्व बैंक ने काले धन को बदलने वाले लोगों या उसमें सहायता करने वाले अधिकारियों के खिलाफ बैंकों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। केंद्रीय बैंक ने यह बात ऐसे समय कही है, जब लाखों लोग बंद हो चुके 500 और 1,000 रुपये के नोट को बदलने के लिये लाइन में लगे हैं।
जनधन खातों के जरिए काले धन को सफेद करने की पीएम ने जो आशंका जताई थी, वो अब सच होती दिख रही है। वित्त मंत्रालय भी लगातार ऐसे संदिग्ध खातों पर नजर रख रही है और इनपर कभी भी कार्रवाई की जा सकती है। बता दें कि जनधन खातों की शुरूआत के बाद 460 दिन में 45 हजार करोड़ जमा हुए थे, लेकिन नोटबंदी के बाद 12 दिन में ही 21 हजार करोड़ रुपए जमा हो गए।