नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बड़े कारोबारियों को लोन दिए गए थे।
जेटली ने कहा कि कर्ज छोड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि विपक्ष इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से पहले बैंकिंग प्रणाली को समझेगा। इससे पहले गुरुवार को सरकार ने संसद में विपक्ष की प्रधानमंत्री की ओर से जवाब दिए जाने की मांग को खारिज कर दिया।
वित्त मंत्री ने विपक्ष के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि नोटबंदी की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति से जांच की जरुरत नहीं है। जेटली ने कहा कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।