ओलंपिक में सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर स्वदेश लौटी हमारी दो बेटियों के अलावा – प्रुडूनोवा की करामाती कर्मकार दीपा और निशानेबाज जीतू राय को देश भर में सराहना मिल रही है। इन सभी इनके प्रदर्शनों के लिए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया है। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा इन चारों खिलाड़ियों के साथ सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद को गिफ्ट में मिली बीएमडब्ल्यू कार की है। और हो भी क्यों न इन सभी को भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने अपनी ओर से यह कारें तोहफे के तौर पर दी हैं। सचिन के पास धन-दौलत और शोहरत की कोई कमी नहीं है । एक इंसान जो अपने जीवन में कल्पना कर सकता है उससे ज्यादा ईश्वर ने सचिन को दिया है। जाहिर है यह उऩकी कड़ी मेहनत-लगन और निष्ठा का निर्वाण है। आप सोच रहे होंगे कि हम अचानक मेडल विजेताओं के इस जश्न में BMW कार और सचिन की चर्चा पर क्यूं केंद्रित हो गये हैं।
दरअसल बात ही कुछ ऐसी है और पांच साल पुरानी है। मई २०११ में सचिन तेंदुलकर ने सरकार से विज्ञापनों की कमाई पर टैक्स की छूट मांगी थी और साथ विदेश से लाई गई करोड़ों रुपए की फरारी पर टैक्स देने से आनाकानी की थी। उस वक्त सीएनईबी चैनल में हमारे सहयोगी देवांशु झा सचिन पर एक रिपोर्ट बनाई थी – भगवान को दान चाहिए- । इस रिपोर्ट की काफी चर्चा हुई थी और सचिन के पब्लिक रिलेशन मैनेजर ने हमारे एक मित्र के जरिए संपर्क साधा था। उस शख्स ने कहा था कि वैसे तो यह रिपोर्ट उनके लिए Bad Taste में है लेकिन सचिन ने उस रिपोर्ट की सीडी मंगाई है। उसके बाद क्या हुआ इसपर कोई बात नहीं हुई लेकिन कई महीने बाद सचिन तेंदुलकर के टैक्स जमा करने की खबर जरुर आई थी। हम यह दावा तो नहीं कर सकते कि वो हमारी रिपोर्ट का ही असर रहा होगा लेकिन इतनी उम्मीद तो कर ही सकते हैं कि किसी संवेदनशील इंसान को उससे असर पड़ा होगा।
अब जैसे ही भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने इन विभूतियों को सम्मानित किया और सबको बीएमडबल्यू कार गिफ्ट की हमें कुछ पुरानी बातें याद आ गईं। साथ ही देवांशु के लिखे वो शब्द “समंदर जैसी लहराती दौलत से थोड़ा बहुत पानी देने में भी उन्हें हिचक होने लगी है” इस शब्द के आइने में सचिन का पूरा करियर आँखो के सामने घूम गया और मुस्कुराते भारत रत्न को इन खिलाड़ियों के साथ सेल्फी लेते देख लगा कि नहीं अब सचिन को हिचक नहीं । अब वो खुद भारत के रत्नों का सम्मान करने में अपना सम्मान समझने लगे हैं .. भले ही यह सचिन का प्राश्चित ही क्यों न हो । साधुवाद सचिन
सचिन पर दिखाई गई रिपोर्ट –