नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद देश के सात राज्यों की चार लोकसभा और आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसके नतीजे आ चुके हैं। मध्य प्रदेश और असम में एक-एक लोकसभा और एक-एक विधानसभा सीट बीजेपी ने जीत ली है। अरुणाचल प्रदेश की एक विधानसभा सीट भी बीजेपी के कब्जे में गयी है। बंगाल की तीनों विधानसभा सीटों पर टीएमसी ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। तमिलनाडु के तंजावुर समेत तीनों सीटों पर AIADMK ने जीत हासिल की है। त्रिपुरा में दोनों सीटें सीपीएम को मिलीं।
मध्य प्रदेश के शहडोल लोकसभा सीट और नेपानगर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई थी। ये दोनों सीटें एसटी कोटे के लिए रिजर्व हैं। शहडोल से कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री रहे दलबीर सिंह की बेटी हिमाद्री सिंह को टिकट दिया था। वहीं, बीजेपी ने आदिवासी नेता ज्ञान सिंह को मैदान में उतारा था। ये सीट बीजेपी सांसद दलपत सिंह परस्ते की मौत के बाद खाली हुई थी। उधर, नेपानगर में कांग्रेस ने फिर आदिवासी नेता अंतर सिंह बारडे पर भरोसा जताया था, लेकिन बीजेपी विधायक राजेंद्र श्यामलाल दादू की बेटी मंजू दादू चुनाव जीत गईं।
असम में लखीमपुर-14 लोकसभा सीट और बैठलांसो-20 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए। इनमें से बैठलांसो में बीजेपी के डॉ. मानसिंह रोंगपी जीते हैं जो 12 जुलाई को कांग्रेस से नाता तोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए थे। वहीं लखीमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रदान बरुआ पहले स्थान पर रहते हुए जीत हासिल की है। यह सीट सांसद सर्वानंद सोनोवाल के असम का सीएम बनने के बाद खाली हुई थी।
पश्चिम बंगाल में कूच बिहार और तमलुक लोकसभा सीट के साथ मोंटेश्वर विधानसभा सीट पर वोटिंग हुई थी। तीनों सीट टीएमसी के खाते में गयी है। तृणमूल कांग्रेस के दिब्येंदु अधिकारी तामलुक लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 4, 97,528 वोटों से और कूचबिहार लोकसभा सीट से टीएमसी के उम्मीदवार पार्थ प्रतीम रॉय ने 4,13,231 मतों के बड़े अंतर से चुनाव जीता। वहीं मोन्तेश्वर विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस के कैंडिडेट सैकत पांजा ने सीपीआईएम प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद उस्मान गनी सरकार को 1,27,117 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल कर ली है।
तमिलनाडु की दो सीटों अरावकुरिचि और तंजावुर में इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव के वक्त वोटिंग टाल दी गई थी जिन पर अब चुनाव करवाए गए हैं। इनके अलावा तिरिपर्रानकुंदरम सीट पर भी उप चुनाव हुआ था। तीनों सीटों पर जयललिता की पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है।
त्रिपुरा में बरजाला और खोवाई विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई थी। खोवाई सीट पर इससे पहले सीपीएम का कब्जा था, जबकी बरजाला सीट पर मौजूदा विधायक कांग्रेस से था। इस उपचुनाव में कांग्रेस और सीपीएम को बीजेपी से कड़ी चुनौती मिली। बरजाला सीट पर बीजेपी के हार का अंतर मात्र 3374 वोटों का रहा। दोनों सीटों पर सीपीआई(एम) के उम्मीदवार जीते हैं।
वहीं अरुणाचल प्रदेश में पूर्व सीएम कलिखो पुल की मौत के बाद खाली हुई ह्यूलांग विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ। इसमें कलिखो पुल की तीन पत्नियों में से सबसे छोटी पत्नी दसांगलू पुल ने जीत हासिल की है। इन्होंने नॉर्थ डेमोक्रेटिक अलायंस की ओर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और सामने इकलौती इंडिपेंडेंट कैंडिडेट योंपी क्री थीं।
चार राज्यों के अलावा पुड्डुचेरी के नल्लीथोप्पे विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस के उम्मीदवार और पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री नारायण शामी ने AIADMK पार्टी के उम्मीदवार ओम शक्ति को 11144 मतों से हराया। कांग्रेस को कुल 18709 वोट मिले वहीं AIADMK को 7565 वोट मिले।