उत्तर प्रदेश में चुनाव से ठीक पहले वोटरों को लुभाने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक नया कार्ड खेला है। अखिलेश सरकार ने प्रदेश की 17 जातियों को एससी में शामिल करने वाले एक प्रपोजल को मंजूरी दे दी। इससे पहले ये सभी पिछड़ी जातियों (OBC) में शामिल थीं।
कौन-सी जातियां शामिल हुईं…
निषाद, मल्लाह, भर, बाथम, तुरहा, कहार, कश्यप, केवट, कुम्हार, राजभर, प्रजापति, धीवर, धीमर, बिंद, माझी, गौड़ और मछुवा शामिल हुई हैं।इससे पहले 16 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनकी सरकार ने अपने चुनाव घोषणापत्र में किए वादे के मुताबिक 17 पिछड़ी जातियों (OBC) को SC में शामिल करने संबंधी प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया है।उन्होंने कहा था कि एसपी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने वर्ष 2005 में सीएम रहने के दौरान इन जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल करने संबंधी प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। हालांकि उनके बाद आई मायावती सरकार ने इसे वापस ले लिया था।
3० नवंबर को केंद्र सरकार ने 15 नई जातियों को OBC में शामिल किया था
इससे पहले केंद्र सरकार ने 30 नवंबर को ओबीसी की केंद्रीय सूची में 15 नई जातियों को शामिल करने को मंजूरी दी थी। साथ ही इस लिस्ट में 13 अन्य जातियों के बदलाव की भी मंजूरी दी। नेशनल कमीशन ऑफ बैकवर्ड क्लासेज (एनसीबीसी) ने असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में 28 बदलावों की सिफारिश की थी।